मेरा नाम जसविंदर कौर है |
जब मै पांचवी क्लास मै थी मेरे पापा की मृत्यु हो गई थी , घर मै पैसे की कमी के कारण मेरी मम्मी ने मुझे बड़ी मुश्किल से पढ़ाया, मेरे पापा की जो सेविंग्स थी मेरी मम्मी ने हमारी पढाई पर लगा दी| मेरा शुरू से स्केचिंग का शौंक था लेकिन पंजाब मै फैशन डिजाइनिंग का स्कोप न होने के कारण मैंने G.N.M. करी, मेरी पढाई को देख कर मुझे स्कालरशिप भी मिली जिसके कारण मेरी मम्मी को हेल्प मिल गई, उसके बाद मैंने एक सरकारी अस्पताल मै 8 साल नौकरी करी, उसके बाद मेरी शादी होगासई और मै दिल्ली मै शिफ्ट हो गयी, जब मै घर मै फ्री होती थी तो मै अलग तरीके को स्केच बनाती थी जो मेरे हस्बैंड एंड इनलॉस को बहुत पसंद आये और उन्होंने कहा की तुम फैशन डिजाइनिंग क्यों नहीं कर लेती, मुझे शुरू से ही ये कोर्स करना था तो मैंने तुरंत इसके लिए हाँ कह दिया, मेरा शुरू से ही सपना था की एक दिन मेरा खुद का एक क्लोथिंग ब्रांड हो जिसको पूरा करने के लिए मैंने JD Institute of Fashion Technology ज्वाइन किया पर सबसे बड़ी मुश्किल थी लैंग्वेज की, मै पंजाब से थी तो मुझे हिंदी एंड इंग्लिश नई आती थी, सबसे ज्यादा दिक्कत तब आती थी जब सारी क्लास इंग्लिश मै होती थी लेकिन टीचर्स और मेरे हस्बैंड ने मेरा बहुत साथ दिया |
जहाँ चाह है वहाँ राह है और मैंने अपनी राह खुद बनायीं है